sql
SQL का मतलब – Structured Query Language हैं। इसे “Language of databases” भी कहा जाता है। SQL को database से communicate करने के लिए use किया जाता है।
SQL एक लैग्वेज हैं जो डेटाबेस को ऑपरेट करती है; इसमें डेटाबेस क्रिएशन, डिलीट, डेटाबेस से विशिष्ट डेटा प्राप्त करना आदि शामिल हैं। SQL एक ANSI (American National Standards Institute) स्टैंडर्ड लैग्वेज है, लेकिन SQL लैग्वेज के कई अलग-अलग वर्जन हैं।
SQL क्या है?
SQL एक स्टैन्डर्डाइज़्ड प्रोग्रामिंग लैग्वेज है जिसका उपयोग रिलेशनल डेटाबेस को मैनेज करने और उनके डेटा में विभिन्न ऑपरेशन को करने के लिए किया जाता है।
SQL स्ट्रक्चर्ड क्वेरी लैंग्वेज है, जो रिलेशनल डेटाबेस में स्टोर डेटा को स्टोर करने, मनिप्युलैट और रिट्रव करने के लिए एक कंप्यूटर लैग्वेज है।
Relational Database System के लिए SQL एक स्टैंडर्ड लैग्वेज है। MySQL, MS Access, Oracle, Sybase, Informix, Postgres और SQL Server जैसे सभी Relational Database Management Systems (RDMS) उनके स्टैंडर्ड डेटाबेस लैग्वेज के रूप में SQL का इस्तेमाल करते हैं।
SQL को डेटा शेयर करने और मैनेज करने के लिए उपयोग किया जाता है, विशेषकर डेटा जो रिलेशनल डाटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम में पाया जाता है – डेटा को टेबल और कई फाइलों में ऑर्गनाइज़ किया जाता है, प्रत्येक में डेटा के टेबल होते हैं, वे कॉमन फ़ील्ड द्वारा एक साथ रिलेटेड हो सकते हैं।
SQL का उपयोग कर आप क्वेरी (डेटाबेस से इनफॉर्मेशन कि रिक्वेस्ट), अपडेट और डेटा को फिर से रि-ऑर्गनाइज़ कर सकते हैं, साथ ही एक डेटाबेस सिस्टम की स्कीमा (स्ट्रक्चर) को बना और मॉडिफाइ कर सकते हैं, और डेटा एक्सेस को कंट्रोल कर सकते हैं।
SQL सर्वर के लिए उपयोग किए जाने वाले कॉमन सॉफ़्टवेयर में Microsoft Access, MySQL, और Oracle शामिल हैं।
SQL क्या कर सकता है?
सबसे पहले इसे SEQUEL कहा जाता था, यह एक नाम है जिसे अभी भी SQL के लिए एक वैकल्पिक उच्चारण के रूप में प्रयोग किया जाता है, लेकिन इसे बाद में से सिर्फ SQL में बदल दिया गया था।
1979 में, रिलेशनल सॉफ्टवेयर नाम कि कंपनी, जो बाद में ओरेकल बन गई, ने SQL के कमर्शियल पोटेंशियल को देखा और Oracle V2 नाम का अपना मॉडिफाइड वर्जन जारी किया।
अब अपने तीसरे दशक के अस्तित्व में, SQL डिस्ट्रिब्यूटेड डाटाबेस को सपोर्ट करके यूजर्स के लिए ग्रेट फ्लेक्सिबिलिटी ऑफर करता है, अर्थात् जिसे एक समय में कई कंप्यूटर नेटवर्क पर रन किया जा सकता है। ANSI और ISO द्वारा प्रमाणित, SQL एक डाटाबेस क्वेरी लैंग्वेज स्टैंडर्ड बन गया है।
यह इंडस्ट्री-लेवल और एजूकेशन आवश्यकताओं दोनों को सर्व करता है और इसका इस्तेमाल पर्सनल कंप्यूटर और कॉर्पोरेट सर्वर दोनों पर किया जाता है। डेटाबेस टेक्नोलॉजी की प्रोग्रेस के साथ SQL-बेस ऐप्लीकेशन रेग्यूलर यूजर्स के लिए तेजी से सस्ते हो गए हैं। यह विभिन्न ओपन सोर्स SQL डाटाबेस सोल्यूशन जैसे कि MySQL, PostgreSQL, SQLite, Firebird, और कई अन्य की शुरूआत के कारण है।
Advantage of SQL:
SQL लैग्वेज कई एलिमेंट पर आधारित है। SQL डेवलपर्स की सुविधा के लिए संबंधित डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम में सभी आवश्यक लैग्वेज कमांड आमतौर पर एक विशिष्ट SQL कमांड लाइन इंटरफेस (CLI) के माध्यम से एक्सेक्यूट होते हैं।
Clauses:
Clauses स्टेटमेंट और क्वेरीज के कंपोनेंट हैं।
Expressions:
Expressions स्केलर वैल्यू या टेबल को प्रोडयुस कर सकते हैं, जिसमें डेटा के कॉलम और रोज शामिल होती हैं।
Predicates:
वे कंडिशन को स्पेसिफाइ करते हैं, जिनका प्रयोग स्टेटमेंट और क्वेरीज के इफेक्ट को सीमित करने के लिए किया जाता है, या प्रोग्राम के फ्लो को बदलने के लिए किया जाता है।
Queries:
एक Queries दिए गए क्राइटेरिया के आधार पर डेटा को रिट्रीव करती हैं।
Statements:
Statements से कोई भी ट्रैन्ज़ैक्शन, प्रोगाम फ्लो, कनेक्शन, सेशन या डायग्नोस्टिक्स को कंट्रोल कर सकता है। डेटाबेस सिस्टम में SQL स्टेटमेंट्स को क्लाइंट प्रोग्राम से सर्वर तक क्वेरीज भेजने के लिए उपयोग किया जाता हैं, जहां डेटाबेस स्टोर होता हैं। जवाब में, सर्वर SQL स्टेटमेंट को प्रोसेस करता है और क्लाइंट प्रोग्राम को रिप्लाइ देता है। इससे यूजर्स सरल डेटा इनपुट से लेकर कॉम्प्लिकेटेड क्वेरीज तक आश्चर्यजनक रूप से फास्ट डेटा मैनीप्युलेशन ऑपरेशन की एक विस्तृत श्रृंखला एक्सेक्यूट कर सकते है।
SQL Queries :SQL क्वेरीज़ सबसे कॉमन और आवश्यक SQL ऑपरेशन हैं। एक SQL क्वेरी के माध्यम से, एक आवश्यक इनफॉर्मेशन के लिए डेटाबेस को सर्च कर सकते हैं।
SQL क्वेरीज को “SELECT” स्टेटमेंट के साथ एक्सेक्यूट किया जाता है। कई clauses की मदद से एक SQL क्वेरी अधिक स्पेसिफिक हो सकती है:
FROM- यह टेबल को इंडिकेट करता हैं जहां पर सर्च किया जाएगा।
WHERE – इसका उपयोग rows को डिफाइन करने के लिए किया जाता है, जिसमें सर्च किया जाएगा। सभी rows, जिसके लिए WHERE clause सच नहीं है, को बाहर रखा जाएगा।
ORDER BY – SQL में रिजल्ट को सॉर्ट करने का यह एकमात्र तरीका है अन्यथा, वे एक रैंडम ऑर्डर में रिटर्न आ जाएंगे।
एक SQL क्वेरी उदाहरण-
SELECT * FROM
WHERE active
ORDER BY LastName, FirstName
सबसे महत्वपूर्ण SQL कमांडस् में से कुछ-
1. SELECT – डेटाबेस से डेटा को एक्सट्रैक्ट करता है।
2. UPDATE – डेटाबेस में डेटा को अपडेट करता हैं।
3. DELETE – डेटाबेस से डेटा डिलीट करता है।
4. INSERT INTO – डाटाबेस में नए डेटा को इनर्स्ट करता है।
5. CREATE DATABASE – एक नया डेटाबेस बनाता है।
6. ALTER DATABASE – डेटाबेस को मॉडिफाइ करता है।
7. CREATE TABLE – एक नया टेबल बनाता है।
8. ALTER TABLE – टेबल मॉडिफाइ करता है।
9. DROP TABLE – टेबल को डिलीट करता है।
10. CREATE INDEX – एक इंडेक्स (सर्च कि) बनाता है l
11. DROP INDEX – इंडेक्स को डिलीट करता है।
Types of SQL Statements
जैसा कि पहले बताया MySQL एक DBMS है और SQL एक language है जो data access करने के लिए यूज़ की जाती है। SQL में आप कुछ keywords को यूज़ करते हुए commands देते है जिनसे DBMS से data fetch होकर आपको show होता है। इन commands को SQL statements भी कहा जाता है।
SQL में 3 type के statements होते है। आइये इनके बारे में जानने का प्रयास करते है।
SQL एक लैग्वेज हैं जो डेटाबेस को ऑपरेट करती है; इसमें डेटाबेस क्रिएशन, डिलीट, डेटाबेस से विशिष्ट डेटा प्राप्त करना आदि शामिल हैं। SQL एक ANSI (American National Standards Institute) स्टैंडर्ड लैग्वेज है, लेकिन SQL लैग्वेज के कई अलग-अलग वर्जन हैं।
SQL क्या है?
SQL एक स्टैन्डर्डाइज़्ड प्रोग्रामिंग लैग्वेज है जिसका उपयोग रिलेशनल डेटाबेस को मैनेज करने और उनके डेटा में विभिन्न ऑपरेशन को करने के लिए किया जाता है।
SQL स्ट्रक्चर्ड क्वेरी लैंग्वेज है, जो रिलेशनल डेटाबेस में स्टोर डेटा को स्टोर करने, मनिप्युलैट और रिट्रव करने के लिए एक कंप्यूटर लैग्वेज है।
Relational Database System के लिए SQL एक स्टैंडर्ड लैग्वेज है। MySQL, MS Access, Oracle, Sybase, Informix, Postgres और SQL Server जैसे सभी Relational Database Management Systems (RDMS) उनके स्टैंडर्ड डेटाबेस लैग्वेज के रूप में SQL का इस्तेमाल करते हैं।
SQL को डेटा शेयर करने और मैनेज करने के लिए उपयोग किया जाता है, विशेषकर डेटा जो रिलेशनल डाटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम में पाया जाता है – डेटा को टेबल और कई फाइलों में ऑर्गनाइज़ किया जाता है, प्रत्येक में डेटा के टेबल होते हैं, वे कॉमन फ़ील्ड द्वारा एक साथ रिलेटेड हो सकते हैं।
SQL का उपयोग कर आप क्वेरी (डेटाबेस से इनफॉर्मेशन कि रिक्वेस्ट), अपडेट और डेटा को फिर से रि-ऑर्गनाइज़ कर सकते हैं, साथ ही एक डेटाबेस सिस्टम की स्कीमा (स्ट्रक्चर) को बना और मॉडिफाइ कर सकते हैं, और डेटा एक्सेस को कंट्रोल कर सकते हैं।
SQL सर्वर के लिए उपयोग किए जाने वाले कॉमन सॉफ़्टवेयर में Microsoft Access, MySQL, और Oracle शामिल हैं।
SQL क्या कर सकता है?
- SQL एक डेटाबेस में क्वेरी एक्सेक्यूट कर सकता हैं।
- SQL डाटाबेस से डेटा रिट्रीव (पुनः प्राप्त) कर सकता है।
- SQL एक डेटाबेस में रिकॉर्ड इनसर्ट कर सकता हैं।
- SQL डेटाबेस में रिकॉर्ड को अपडेट कर सकता है।
- SQL डेटाबेस में रिकॉर्ड को डिलीट कर सकता है।
- SQL एक नया डाटाबेस बना सकता है।
- SQL एक डेटाबेस में नया टेबल बना सकता है।
सबसे पहले इसे SEQUEL कहा जाता था, यह एक नाम है जिसे अभी भी SQL के लिए एक वैकल्पिक उच्चारण के रूप में प्रयोग किया जाता है, लेकिन इसे बाद में से सिर्फ SQL में बदल दिया गया था।
1979 में, रिलेशनल सॉफ्टवेयर नाम कि कंपनी, जो बाद में ओरेकल बन गई, ने SQL के कमर्शियल पोटेंशियल को देखा और Oracle V2 नाम का अपना मॉडिफाइड वर्जन जारी किया।
अब अपने तीसरे दशक के अस्तित्व में, SQL डिस्ट्रिब्यूटेड डाटाबेस को सपोर्ट करके यूजर्स के लिए ग्रेट फ्लेक्सिबिलिटी ऑफर करता है, अर्थात् जिसे एक समय में कई कंप्यूटर नेटवर्क पर रन किया जा सकता है। ANSI और ISO द्वारा प्रमाणित, SQL एक डाटाबेस क्वेरी लैंग्वेज स्टैंडर्ड बन गया है।
यह इंडस्ट्री-लेवल और एजूकेशन आवश्यकताओं दोनों को सर्व करता है और इसका इस्तेमाल पर्सनल कंप्यूटर और कॉर्पोरेट सर्वर दोनों पर किया जाता है। डेटाबेस टेक्नोलॉजी की प्रोग्रेस के साथ SQL-बेस ऐप्लीकेशन रेग्यूलर यूजर्स के लिए तेजी से सस्ते हो गए हैं। यह विभिन्न ओपन सोर्स SQL डाटाबेस सोल्यूशन जैसे कि MySQL, PostgreSQL, SQLite, Firebird, और कई अन्य की शुरूआत के कारण है।
Advantage of SQL:
- SQL यूजर्स को रिलेशनल डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम में डेटा एक्सेस करने की अनुमति देता है।
- यूजर्स डेटा को डिस्क्राइब कर सकते हैं।
- यूजर डेटाबेस में डेटा को डिफाइन कर सकते हैं और उस डेटा में हेरफेर भी कर सकते है।
- SQL मॉड्यूल, लाइब्रेरीज और प्री-कंपाइलर का उपयोग करते हुए अन्य भाषाओं में एम्बेड किया जा सकता है।
- यूजर्स डेटाबेस और टेबल को बना सकते हैं और ड्रॉप कर सकते हैं।
- यूजर व्यू को क्रिएट कर सकते हैं, प्रोसीजर स्टोर कर सकते हैं और डेटाबेस में फंक्शन क्रिएट कर सकते हैं।
- यूजर टेबल, प्रोसीजर और व्यू में परमिशन सेट कर सकते हैं।
SQL लैग्वेज कई एलिमेंट पर आधारित है। SQL डेवलपर्स की सुविधा के लिए संबंधित डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम में सभी आवश्यक लैग्वेज कमांड आमतौर पर एक विशिष्ट SQL कमांड लाइन इंटरफेस (CLI) के माध्यम से एक्सेक्यूट होते हैं।
Clauses:
Clauses स्टेटमेंट और क्वेरीज के कंपोनेंट हैं।
Expressions:
Expressions स्केलर वैल्यू या टेबल को प्रोडयुस कर सकते हैं, जिसमें डेटा के कॉलम और रोज शामिल होती हैं।
Predicates:
वे कंडिशन को स्पेसिफाइ करते हैं, जिनका प्रयोग स्टेटमेंट और क्वेरीज के इफेक्ट को सीमित करने के लिए किया जाता है, या प्रोग्राम के फ्लो को बदलने के लिए किया जाता है।
Queries:
एक Queries दिए गए क्राइटेरिया के आधार पर डेटा को रिट्रीव करती हैं।
Statements:
Statements से कोई भी ट्रैन्ज़ैक्शन, प्रोगाम फ्लो, कनेक्शन, सेशन या डायग्नोस्टिक्स को कंट्रोल कर सकता है। डेटाबेस सिस्टम में SQL स्टेटमेंट्स को क्लाइंट प्रोग्राम से सर्वर तक क्वेरीज भेजने के लिए उपयोग किया जाता हैं, जहां डेटाबेस स्टोर होता हैं। जवाब में, सर्वर SQL स्टेटमेंट को प्रोसेस करता है और क्लाइंट प्रोग्राम को रिप्लाइ देता है। इससे यूजर्स सरल डेटा इनपुट से लेकर कॉम्प्लिकेटेड क्वेरीज तक आश्चर्यजनक रूप से फास्ट डेटा मैनीप्युलेशन ऑपरेशन की एक विस्तृत श्रृंखला एक्सेक्यूट कर सकते है।
SQL Queries :SQL क्वेरीज़ सबसे कॉमन और आवश्यक SQL ऑपरेशन हैं। एक SQL क्वेरी के माध्यम से, एक आवश्यक इनफॉर्मेशन के लिए डेटाबेस को सर्च कर सकते हैं।
SQL क्वेरीज को “SELECT” स्टेटमेंट के साथ एक्सेक्यूट किया जाता है। कई clauses की मदद से एक SQL क्वेरी अधिक स्पेसिफिक हो सकती है:
FROM- यह टेबल को इंडिकेट करता हैं जहां पर सर्च किया जाएगा।
WHERE – इसका उपयोग rows को डिफाइन करने के लिए किया जाता है, जिसमें सर्च किया जाएगा। सभी rows, जिसके लिए WHERE clause सच नहीं है, को बाहर रखा जाएगा।
ORDER BY – SQL में रिजल्ट को सॉर्ट करने का यह एकमात्र तरीका है अन्यथा, वे एक रैंडम ऑर्डर में रिटर्न आ जाएंगे।
एक SQL क्वेरी उदाहरण-
SELECT * FROM
WHERE active
ORDER BY LastName, FirstName
सबसे महत्वपूर्ण SQL कमांडस् में से कुछ-
1. SELECT – डेटाबेस से डेटा को एक्सट्रैक्ट करता है।
2. UPDATE – डेटाबेस में डेटा को अपडेट करता हैं।
3. DELETE – डेटाबेस से डेटा डिलीट करता है।
4. INSERT INTO – डाटाबेस में नए डेटा को इनर्स्ट करता है।
5. CREATE DATABASE – एक नया डेटाबेस बनाता है।
6. ALTER DATABASE – डेटाबेस को मॉडिफाइ करता है।
7. CREATE TABLE – एक नया टेबल बनाता है।
8. ALTER TABLE – टेबल मॉडिफाइ करता है।
9. DROP TABLE – टेबल को डिलीट करता है।
10. CREATE INDEX – एक इंडेक्स (सर्च कि) बनाता है l
11. DROP INDEX – इंडेक्स को डिलीट करता है।
Types of SQL Statements
जैसा कि पहले बताया MySQL एक DBMS है और SQL एक language है जो data access करने के लिए यूज़ की जाती है। SQL में आप कुछ keywords को यूज़ करते हुए commands देते है जिनसे DBMS से data fetch होकर आपको show होता है। इन commands को SQL statements भी कहा जाता है।
SQL में 3 type के statements होते है। आइये इनके बारे में जानने का प्रयास करते है।
- DDL (Data Definition Language) – DDL statements database के structure को define करने के लिए यूज़ किये जाते है। Define करने से मतलब है की जब भी आप ऐसा करे जिससे database के structure में कुछ change आता है जैसे की एक नयी table create करना या existing table को modify करना आदि। DDL statements से आप निचे दिए गए tasks perform कर सकते है।
· Existing tables में नए rows या columns add कर सकते है।
· Database create और delete कर सकते है।
· Users को privilege grant और revoke कर सकते है।
· Tables की information analyze कर सकते है और comments भी add कर सकते है।
- DML (Data Manipulation Language) – DML statements data को access करके manipulate करने के लिए यूज़ किये जाते है। DML statements के सभी operations primarily data पर perform होते है। DML statements से आप निचे दिए गए tasks perform करवा सकते है।
· DML statements से आप table में data enter करवाते है।
· Data को update भी किया जा सकता है।
· Data को delete भी कर सकते है।
· DML statements से आप 2 tables को merge भी कर सकते है।
- किसी change को permanent (commit) करना।
- किसी change को undo (rollback) करना।
- Save points create करना।
- Transactions set करना।
- TCL (Transmission Control Language) – DML statements से data में जो change आता है उसे TCL statements के द्वारा manage किया जाता है। जैसे की किसी change को permanent करना या उसे undo करना। TCL statements निचे दिए गए tasks perform करते है।